नमस्कार दोस्तों , मैं हूं आपका दोस्त डॉक्टर सुनील पाटीदार ,आज हम बात करेंगे epididymal cyst और उसके होम्योपैथिक ट्रीटमेंट के बारे।
दोस्तों सबसे पहले यह जानते हैं कि epididymal cyst होती क्या है? दोस्तों, प्रत्येक पुरुष में पेनिस के नीचे एक थैलीनुमा संरचना होती है,जिसे हम स्क्रोटम कहते हैं, इस स्क्रोटम के अंदर दो टेस्टिस होते हैं। तो दोस्तों इन टेस्टिस के ऊपर एक coil नुमा tube होती है । आप जैसा की पिक्चर में देख सकते हैं।
यह tube, टेस्टिस को नीचे से ऊपर तक कवर करती है। और इसको epididymis कहते हैं। दोस्तों कभी-कभी इस epididymis के ऊपर पानी से भरी एक संरचना से बन जाती है, एक उभार बन जाता है। जिसे आप ऊपर से प्रेस करेंगे तो आपको ऐसा महसूस होगा कि इसके अंदर fluid भरा हुआ है । दोस्तों ऐसी संरचनाएं cyst कहलाती है । चुकी यह cyst epididymis पर बनती है इसलिए इन्हे epididymal cyst कहा जाता है । दोस्तों यह जो epididymis होती है, इसके 3 पार्ट्स होते हैं। जैसे कि आप पिक्चर में देख रहे हैं।
सबसे पहले ऊपर के पार्ट को हेड बीच वाले पार्ट को बॉडी और नीचे वाले पार्ट को tail कहा जाता है । और यह सिस्ट जिस लोकेशन पर भी होती है। उसे उसकी लोकेशन के हिसाब से बुलाया जाता है । दोस्तों अक्सर क्लिनिक मे यह देखा गया है कि epididymal cyst के 90% केस में , यह cyst टेस्टिस और epididymis के उपर वाले पार्ट में होती है।
दोस्तों वैसे तो सामान्यता यह एक टेस्टिस पर ही होती है पर दोनों टेस्टिस इस पर भी हो सकती है।
और इसके साइज की बात करें तो यह कुछ mm से लेकर कई सेंटीमीटर तक हो सकती है।
अब हम जानते हैं कि यह epididymis आखिर हमारे शरीर में काम क्या करती है?
या यूं कहे कि यह क्यों इतनी उपयोगी है ? और ऐसा क्या होगा , जब इस पर एक गांठ या सिस्ट बन जाएगी?
तो दोस्तों इसका प्रमुख काम टेस्टिस में बनने वाले स्पर्म को स्टोर करना और उसे आगे की तरफ ट्रांसपोर्ट करना होता है। इसके आगे जो स्पर्मेटिक कॉर्ड होती है, वहां तक इस वीर्य को भेजना। जब इस epididymal सिस्ट का साइज बहुत ज्यादा बढ़ जाता है तब यह epididymis को आंशिक या पूरी तरह से ब्लॉक कर देती है। जिसके चलते स्पर्म आगे की तरफ नहीं बढ़ पाते और इसका परिणाम होता है कि पुरुषों को मेल इनफर्टिलिटी का सामना करना पड़ता है। इनफर्टिलिटी के सभी cases की बात की जाए तो लगभग 40% केस में कारण, epididymal सिस्ट ही होता है। वैसे तो पुरुष बांझपन (Male Infertility) के कई कारण हैं। जैसे कि, वीर्य मे शुक्राणुओं की कमी, शुक्राणु (Sperm) के सामान्य कार्य में रुकावट, या शुक्राणु के वितरण मार्ग में रुकावट आदि। Genital Tract की चोट या संक्रमण के कारण ऐसी कई समस्याएं हो सकती हैं। अन्य कारणो की बात करें तो धूम्रपान, अत्यधिक शराब का पीना, खराब आहार का सेवन, कम व्यायाम, मोटापा, तनाव और कुछ रसायनों या कीटनाशकों के संपर्क में आना। बीमारियां, चोटें, पुरानी स्वास्थ्य समस्याएं और बदलती जीवनशैली पुरुष बांझपन की समस्याओं को बडा सकती हैं।
दोस्तों आते हैं अपने टॉपिक पर , दोस्तों अभी हमने जिन कारणों के बारे में बात की, उनमें से एक कारण epididymal सिस्ट भी एक कारण है मेल इनफर्टिलिटी का।दोस्तों सामान्यत: जो छोटे आकार की सिस्ट होती है वह asymptomatic होती है, मरीजों को पता ही नहीं चलता कि उन्हें कोई इस प्रकार की समस्या भी है। परंतु जैसे-जैसे सिस्ट का साइज बढ़ता है मरीज को परेशानी दिखना शुरू हो जाती है। यदि इस सिस्ट का साइज बहुत ज्यादा बड़ा होता है तो मरीज को ऐसा लगता है कि उसके पेनिस के नीचे एक lump नुमा संरचना कोई उभार या भारीपन सा फील होता है। उसे चलने, उठने- बैठने में डिस्कंफर्ट सा लगता है। यदि यह सिस्ट किसी प्रकार के इंफेक्शन के कारण हुई है तो उसे लगातार दर्द की अनुभूति होती है।
यह सारे सिम्टम्स सिस्ट के साइज पर डिपेंड करते हैं अब हम बात करेंगे इसके इन्वेस्टिगेशन की। तो यूज़ली इसमें यूएसजी स्क्रोटम कराई जाती है । सोनोग्राफी से यह कंफर्म हो जाता है कि कहीं कोई ओवर ग्रोथ तो नहीं है।
अब बात करते हैं कि इसके कारणों की:- किन कारणों से epididymal सिस्ट बनती है तो दोस्तों अभी तक इसका कोई ठोस कारण ज्ञात नहीं हुआ है कि पर्टिकुलर इस कारण से ही epididymal सिस्ट डेवलप होती है। पर दोस्तों कुछ कारण होने की संभावना है उनमें से प्रमुख्य है:-
* यूटीआई :- यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन यदि किसी मरीज को पेशाब का इन्फेक्शन होता है तो उसको epididymal सिस्ट का निर्माण हो सकता है दूसरा यदि व्यक्ति को टेस्टीस का इंफेक्शन होता है तो उसके कारण भी epididymal सिस्ट हो सकता है।
*कुछ cases में ट्यूबरक्लोसिस ऑफ टेस्टिस के कारण ऐसा हो सकता है ।
*अगला कारण है टेस्टिस की इंजरी :- यदि किसी व्यक्ति को बार-बार अंडकोष में चोट लगती है तब भी epididymal सिस्ट form होने लगती हैं ।
दोस्तों यह रहे कुछ प्रमुख कारण।
अब हम आते हैं इसके ट्रीटमेंट पार्ट पर तो दोस्तों epididymal सिस्ट को जनरली सर्जरी के द्वारा कट करके निकाल दिया जाता है, परंतु क्लिनिक में ऐसा देखा गया है कि जिन लोगों को भी इस तरह की सर्जरी होती है उनमें से अधिकांश मरीजों में सिस्ट पुनः बन जाती है क्योंकि यह सिस्ट बनने की जो प्रवृत्ति है, वह सर्जरी से ठीक नहीं हो पाती।
पर दोस्तों यहां अच्छी बात यह है कि होम्योपैथिक ट्रीटमेंट से यह सिस्ट पूरी तरीके से ठीक हो जाती है और दोबारा recurrency भी नहीं होती है । होम्योपैथिक ट्रीटमेंट के द्वारा, कई सारे मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज किया जा चुका है। बस जरूरत है ,एक कुशल homeopathic चिकित्सक से सलाह लेने की और प्रॉपर treatment की।
तो आइए जानते हैं वह कौन सी ऐसी , वेरी इफेक्टिव होम्योपैथिक दवाइयां हैं, जिनकी मदद से आप epididymal सिस्ट को पूरी तरीके से ठीक कर सकते हैं ।
दोस्तों हमारी जो पहली दवाई है वह है थूजा 200: थूजा एक * सबसे मुख्य दवा हो जाती है epididymal सिस्ट के केस में । शरीर में कहीं भी overgrowth हो रही हो, गठान हो या ट्यूमर बन रहा हो। तो वहां पर थूजा हमे मैजिकल रिजल्ट देती है।
थूजा, 200 पोटेंसी में बेस्ट रिजल्ट देती है ।
* दूसरी मुख्य दवा है जो epididymal सिस्ट के केस में उपयोगी है वह है APIS Mel 30 यदि दोस्तों राइट साइड की टेस्टिस के ऊपर cyst डिवेलप हो गई है। तब यह बहुत ही उपयोगी है। शरीर में कहीं भी स्वेलिंग हो, सिस्ट हो ,जिसमें की serous fluid जमा हो रहा हो जैसे कि epididymal सिस्ट के केस में होता है तो वहां apis mel के खास रिजल्ट देखने को मिलते हैं। ओर इस सिस्ट में लगातार जलन जैसा, एक चुभन जैसा दर्द बना रहता हो ।तब भी apis mel, यूनिक काम करती है। और सिस्ट को पूरी तरह ठीक कर देती है ।
* इसके अलावा रोड़ोंडेंड्रोंन 30 भी एक दवा है जो हम इस तरह की सिस्ट के केस में उपयोग करते हैं बहुत ज्यादा पेन और tenderness बनी रहती हो। स्क्रोटम को टच करने पर वहां दर्द शुरू हो जाता हो ।जब व्यक्ति बैठता है तो दर्द बढ़ जाता है ,जब व्यक्ति चलता है या घूमना है तो दर्द मे कमी आती हैं। ऐसी कंडीशन में रोड़ोंडेंड्रोंन दिया जाता है, इस प्रकार की सिस्ट को desolve करने के लिए।
* इसके अलावा हमारी एक दवा है कैलकेरिया फ्लोर 6x टेबलेट:- मैंने इस दवा के बहुत ही शानदार रिजल्ट देखे हैं कई तरह के सर्जिकल कैस में जिनमें गांठ या ट्यूमर polyp आदि ऐसी अनेकों प्रकार की ओवर ग्रोथ जब हो जाती है ।वहां कैलकेरिया फ्लोर 6x टेबलेट का अपना एक विशेष स्थान है ।
दोस्तों जो भी मेडिसिन मै बता रहा हूं इनको किसी होम्योपैथिक डॉक्टर के गाइडेंस में प्रयोग करें लगातार दो महीनों के लिए ।
यदि आपको लगातार यूरिन इन्फेक्शन के बाद यह सिस्ट बनी है तो ऐसे case में clematis erecta 30 एक रामबाण औषधि हो जाती है। अन्य लक्षणों में मरीज को पेशाब में जलन होती है।पेशाब खुलकर ना आना और यूरिन का 2 धार में बट जाना भी इसके लक्षणों में शामिल है। दोस्तों इस तरह आपने देखा कि होम्योपैथी में कई सारी मेडिसिंस है जो इस समस्या को ठीक करने के लिए उपयोगी है।
होम्योपैथिक दवाओं का चयन लक्षण के आधार पर होता है जो एक कुशल होम्योपैथिक चिकित्सक best sexologist in bhopal आपके सारे सिम्टम्स लेकर बखूबी कर सकते है।
दोस्तों यदि आप भी इनफर्टिलिटी या epididymal सिस्ट जैसी समस्याओं से पीड़ित हैं और बिना सर्जरी अपना इलाज चाहते हैं तो नीचे दिए गए व्हाट्सएप नंबर dr. patidar's clinic bhopal पर हमसे कांटेक्ट कर सकते हैं हमारा एक मिनिमम परामर्श शुल्क है जोकि अनिवार्य है ।
यहां मैं आपको एक और जरूरी बात बताना चाहता हूं कि यह सिस्ट किसी भी प्रकार से कैंसर में नहीं बदलती है, पर जब यह साइज में बढ़ जाती है, तो एक ट्यूमर का रूप ले लेती है। और वीर्य के मार्ग में रुकावट कर देती है जिससे निसंतानता हो सकती है।
दोस्तों आशा करता हूं यह जानकारी आपके लिए लाभकारी साबित हुई हो । अब मुझे आज्ञा दीजिए धन्यवाद।।
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